राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक महादेव सिंह खंडेला ने हैरान करने वाला बयान दिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पानी में डूबने से बच्चों की मौत को लेकर कहा कि ये तो रोज मरते हैं, क्या बात करते हो आप? नदियों में डूब गए, तालाबों में डूब गए.
विधायक से सीकर में बारिश के पानी से भरे गड्ढे में 17 साल के छात्र के डूबने से दो दिन बाद विधायक ने ये विवादित बयान दिया है. इसी घटना के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा, "ये तो रोज ही मरते हैं...क्या बात करते हो आप...नदियों में डूब गए तालाबों में डूब गए'
सीकर में एक छात्र शनिवार शाम को उस समय डूब गया, जब वो कोचिंग से लौट रहा था. नवलगढ़ रोड पर सीवर लाइन प्रोजेक्ट के लिए गड्ढा खोदा गया था. हालांकि लापरवाही बरतने पर सीकर नगर परिषद के एक अधिशाषी अभियंता को निलंबित कर दिया गया.
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री खंडेला वर्तमान में सीकर के खंडेला निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं. वह राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष भी हैं. विधायक की टिप्पणी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है. हालांकि महादेव सिंह खंडेला ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए अपनी असंवेदनशील टिप्पणी पर बचाव करते हुए कहा, "उन्होंने मुझसे सीकर में एक लड़के की मौत के बारे में पूछा. ऐसी घटनाएं होती रहती हैं. कोई तालाब में डूब जाता है तो कोई नदी में. मैंने क्या गलत कहा."
क्योंकि शर्म इन्हें आती नहीं !
संवेदनहीन कांग्रेस ने लाज-शर्म सब बेच दिया है। गृह'लूट' कुशासन में किसान आयोग के अध्यक्ष का ये बेशर्मी भरा बयान ही कुख्यात कांग्रेस के नेतृत्व की सोच, विचारधारा को दिखाता है। संवेदना के दो शब्द कहने और अपनी अव्यवस्था पर शर्मिंदगी के बजाए ऐसे बयान… pic.twitter.com/lU65vg6VtR— Col Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) July 10, 2023
राज्यवर्धन राठौड़ ने साधा निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने खंडेला के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्हें शर्म नहीं आता ही है. राठौड़ ने कहा, "क्योंकि शर्म इन्हें आती नहीं ! संवेदनहीन कांग्रेस ने लाज-शर्म सब बेच दिया है. गृह'लूट' कुशासन में किसान आयोग के अध्यक्ष का ये बेशर्मी भरा बयान ही कुख्यात कांग्रेस के नेतृत्व की सोच, विचारधारा को दिखाता है. संवेदना के दो शब्द कहने और अपनी अव्यवस्था पर शर्मिंदगी के बजाए ऐसे बयान अब और #नहीं_सहेगा_राजस्थान."