राजस्थान में कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी अपनी सादगी की वजह से चर्चा में हैं. उनकी दो पत्नियों में से पहली पत्नी तेजू देवी और दूसरी पत्नी मणि देवी हैं. दोनों पत्नियों से उनके 8 बच्चे हैं. कहा जा रहा है कि खराड़ी के मंत्री बनने के पीछे उनके सरल व्यवहार और सादगी के साथ ही बड़े नेताओं की पैरवी और आरएसएस का भी पूरा समर्थन मिला है.
उदयपुर जिले की झाडोल सीट से लगातार दूसरी बार जीतकर बाबूलाल खराड़ी विधानसभा में पहुंचे हैं. इससे पहले भी वे 2003 और 2008 में चुनाव जीते थे. हालांकि, 2013 की मोदी लहर में भी बाबूलाल का हारना खूब चर्चा का विषय रहा था. खराड़ी बचपन से ही RSS में एक्टिव रहे हैं.
पूरी तरह आदिवासी इलाके में उनकी सादगी को देखते हुए बीजेपी ने 1987 में उन्हें कोटड़ा का युवा मंडल अध्यक्ष बनाया गया था. इसके बाद 1995 में वह जिला परिषद सदस्य बने और साल 2000 में प्रधान बने. खराड़ी का सादा जीवन उच्च विचार का मूल मंत्र राजनीतिक प्रगति के लिए मील का पत्थर साबित हुआ.
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2003 में पहली बार बने थे विधायक
साल 1998 में पहली बार विधायक का चुनाव हारने के बावजूद पार्टी ने खराड़ी पर 2003 में भरोसा जताया और वे जीतने में कामयाब रहे. इसके बाद 2008 में फिर से खराड़ी जीतकर विधायक बने. कुछ दिनों पहले कैबिनेट मंत्री के तौर पर उनका नाम सामने आते ही वह सुर्खियों में आ गए थे.
खराड़ी के कैबिनेट मंत्री बनने के पहले साल 2022 में खुद राजस्थान बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रहे सतीश पूनिया उनके घर गए थे. तब उन्होंने भी वीडियो बनाकर उन्हें ईमानदार और सादगी वाला नेता बताया था.
समाज के लिए काम करके मिलती है संतुष्टि
लगातार 6 बार चुनाव मैदान में उतर चुके बाबूलाल खराड़ी कहते हैं कि राजनीति में सक्रिय रहकर और जनजातीय समाज समेत जनता के लिए काम करके संतुष्ट हैं. मुझे जनता का भी आशीर्वाद मिलता है. मैं खुश हूं. खराड़ी बताते हैं कि अब तक विधायक का वेतन मिलता था. वो पूरा परिवार के खर्च में चला जाता है.
खराड़ी कहते हैं कि वे कच्चे घर मे रहकर ईमानदारी से अपने पद का निर्वहन चाहते हैं. मंत्री खराड़ी उदयपुर से 125 किमी दूर कोटड़ा के पास निचला थला गांव में रहते हैं. जहां बाबूलाल खेत के पास जमीन पर केलुपोश मकान में रहते हैं.
बड़ा बेटा कर चुका है B.Tech
बाबूलाल के बड़े बेटे देवेंद्र B.Tech कर चुके हैं. वहीं, 3 बेटे कॉलेज और स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं. जबकि उनकी चारों बेटियां भी कॉलेज में पढ़ाई कर रही हैं. खराड़ी के परिवार का कहना है कि उनके मंत्री बनने का पूरा TV पर समाचार देखकर चला. वह विधायक बनने से पहले भी घर-परिवार में रहकर जनता की सेवा में लगे रहते थे. ऐसे में कोटड़ा जैसे इलाके से पहली बार कैबिनेट मंत्री बनने से अति पिछड़े इलाके भी आगे बढ़ेंगे.