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राजस्थान: छात्राओं को रात में गंदे मैसेज भेजता कॉलेज प्रिंसिपल, कमरे में अकेले बुलाता, कई चौंकाने वाले खुलासे

राजस्थान में शिक्षा का मंदिर शर्मसार हुआ है. प्रदेश के कोटा जिले के एक सरकारी कॉलेज में प्रिंसिपल द्वारा छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजना का मामला सामने आया है. छात्रों का आरोप है कि प्रिंसिपल देर रात मैसेज करके चैटिंग करने का दबाव बनाता था. चैटिंग नहीं करने पर परीक्षा में फेल करने तक की धमकी देता था. इस घटना के विरोध में कॉलेज छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया. इस संबंध में छात्रों ने खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर प्रिंसिपल को नहीं हटाया गया, तो आर पार की लड़ाई होगी.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

राजस्थान के कोटा जिले के एक सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल ने शिक्षा के मंदिर को शर्मसार किया है. कॉलेज की छात्राओं का आरोप है कि प्रिंसिपल उनको अश्लील मैसेज भेजता है. उन्हें व्हाट्सएप पर चैटिंग करने के लिए उन पर दबाव बनाता है. चैटिंग पर अभद्र बातचीत व कमेंट करता है. इतना ही नहीं अगर छात्राएं उससे बात नहीं करती हैं व उनका विरोध करती हैं तो उनको फेल करने तक की धमकी दी जाती है. छात्राओं ने इस संबंध में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शिकायत दी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर छात्रों का गुस्सा फूटा व मंगलवार को बड़ी संख्या में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना दिया. 

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छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप
छात्राओं ने प्रिंसिपल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. कॉलेज के छात्राओं ने कहा कि प्रिंसिपल आए दिन उनको अपने कमरे में बुलाता है और वहां जबरदस्ती बैठाकर रखता है. इस दौरान कमरे में कोई ना आए, इसके लिए गार्ड को कमरे के बाहर तैनात किया जाता है. चैटिंग पर अश्लील बातचीत के अलावा भी छात्राओं ने प्रिंसिपल पर कई गंभीर आरोप लगाए.

प्रिंसिपल को बचाने का प्रयास
कॉलेज की छात्राओं का आरोप था कि प्रिंसिपल को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. समिति बनाने के नाम पर पूरे मामले को टाला गया है. उन्होंने कहा कि वो अनिश्चितकालीन धरना देंगे. अगर 24 घंटे में प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले समय में छात्र सड़क पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करेंगे.

इस संबंध में छात्रों ने सहायक निदेशक प्रोफेसर विजय पंचोली से मुलाकात की और उनको मामले की लिखित शिकायत देते हुए कार्रवाई करने की मांग की. इस दौरान छात्रों की फोन पर सहायक निदेशक ने उच्च अधिकारियों से बातचीत करवाई. इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. इस दौरान छात्राओं ने कहा कि प्रदेश के सभी छात्र महाविद्यालय में एक महिला प्रिंसिपल होनी चाहिए. साथ ही वहां ज्यादातर स्टाफ महिला होनी चाहिए. क्योंकि आए दिन इस तरह की शिकायत मिलती है. ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती. इसलिए घटनाओं का सिलसिला जारी है. 

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उन्होंने प्रिंसिपल को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की और सख्त कार्रवाई नहीं होने पर आगामी दिनों में उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी. वहीं दूसरी ओर यह मामला सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है. लगातार प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लग रहे हैं.

सरकार ने मांगी रिपोर्ट
इस मामले पर कॉलेज एजुकेशन की तरफ से 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी गई है. इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है. कमेटी पूरे मामले की जांच कर रही है और उसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दी जाएगी.

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