राजस्थान की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने मौजूदा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेकर गंभीर दावे किए हैं. गहलोत ने दावा किया है कि शर्मा को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर ही एक भयंकर षड्यंत्र रचा जा रहा है.
बुधवार को मीडिया से बातचीत में अशोक गहलोत ने कहा, "अभी तो इनके खिलाफ में इनके पार्टी के लोग लग चुके हैं, दिल्ली में भी और राजस्थान के अंदर भी. भयंकर षड्यंत्र चल रहा है इनको हटाने का, ये समझ नहीं पा रहे हैं." गहलोत ने यह भी कहा कि उन्होंने खुद शर्मा के हित में यह सलाह दी है कि उन्हें बनाए रखना चाहिए, क्योंकि एक युवा नेता को पहली बार मौका मिला है और वह सीधे मुख्यमंत्री बन गए हैं, यह बहुत बड़ी बात है.
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तारीफ करने वाले लोग ज्यादा इसलिए सच्चाई पता नहीं चल रही!
अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री के चारों ओर के माहौल पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि शर्मा के इर्द-गिर्द तारीफ करने वालों का घेरा बना हुआ है, जिससे उन्हें असली हालात की जानकारी नहीं मिल पा रही है. पूर्व सीएम ने कहा, "अब जो इनके चारों ओर जो घेरा बना लिया है इन्होंने, वो इनकी तारीफों के पुल बांध रहा होगा कि अच्छी सरकार चल रही है, तो इनको समझ में आ नहीं रही है." उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री कार्यकर्ताओं से सीधे बात करें, तो जमीनी सच्चाई सामने आ सकती है.
आलोचना नहीं, बल्कि जनता की राय रख रहे सामने!
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वह राजनीतिक आलोचना नहीं कर रहे, बल्कि सिर्फ जनता की बात सामने रख रहे हैं. गहलोत ने आगे कहा, "हम आलोचना करते हैं तो वो खाली फीडबैक के आधार पर है. अभी तो साल डेढ़ साल हुआ है, हम क्या राजनीतिक आलोचना करेंगे?" उन्होंने कहा कि जनता सरकार की योजनाओं के बंद होने और समस्याओं को लेकर परेशान है, और उनकी पार्टी सिर्फ वही मुद्दे उठा रही है.
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गौरतलब है कि अशोक गहलोत के कार्यकाल (2018-2023) में भी उन्होंने कई बार यह दावा किया था कि कांग्रेस की सरकार को गिराने की साजिश की जा रही है. उस समय गहलोत और सचिन पायलट के बीच राजनीतिक खींचतान की खबरें भी लगातार चर्चा में थीं. अब एक बार फिर गहलोत के ताजा बयान से राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है.