राजस्थान के जयपुर में हथियारबंद बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में बिजनेसमैन के बेटे को उसी के फ्लैट में बंधक बनाकर 75 लाख रुपये लूट ले गए. घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, लेकिन उसमें घटना को अंजाम देने के बाद की तस्वीरें कैद हुई है. इसमें बदमाश लुटे गए रुपयों को एक ट्रॉली बैग में आराम से ले जाते हुए दिख रहा है. शिकायत के बाद पुलिस ने पूरे जयपुर शहर में ए-श्रेणी की नाकाबंदी कर दी है और बदमाशों की तलाश में जुटी है.
घटना गोपालबाड़ी के गोपाल टावर अपार्टमेंट की है. यहां सोमवार करीब 5 बजे बिल्डिंग के चौथे फ्लोर पर 3 बदमाश पहुंचा. इसमें से एक बदमाश ने पहले प्रॉपर्टी कारोबारी संतोष पूनिया के फ्लैट की बेल बजाई, तो बिजनेसमैन का बेटा गेट खोलने आया. गेट खुलते ही बदमाशों ने फ्लैट में 12वीं के छात्र पर पिस्टल तान दी. फिर उसे गोली मारने की धमकी देकर बंधक बना लिया. इसके बाद तिजोरी में रखें 75 लाख रुपए से बैग में भर लिया. फिर बदमाशों ने रुपयों से भरा बैग चौथी मंजिल से नीचे फेंक दिया और सीढ़ियों से जल्दी-जल्दी नीचे उतर रुपये लेकर अपनी कार से फरार हो गया.
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अलमारी में रखी 70 से 75 लाख रूपये लेकर हुए फरार
मौके पर पहुंचे जयपुर साउथ डीसीपी दिगंत आनंद ने बताया कि गोपाल टावर के चौथे फ्लोर पर एक कारोबारी का परिवार रहता है, जहां सोमवार शाम फ्लैट पर उनका 12वीं में पढ़ने वाला बच्चा ही मौजूद था. तभी 3 बदमाश आए और फ्लैट का दरवाजे खोलने के लिए पहले बच्चे को बाहर से डराया और जब दरवाजा खोला तो फ्लैट की अलमारी में रखी 70 से 75 लाख रूपये की नगदी चोरी करके बदमाश बालकनी के रास्ते से नगदी से भरे बैग को सड़क पर फेंक कर फरार हो गए.
पुलिस ने लूट पर जताया अंदेशा
इसके बाद कंट्रोल रूम के जरिए पुलिस को घटना की सूचना मिली. पुलिस की तकनीकी स्पेशल टीम मौके पर है. जहां घटनास्थल पर फिंगर प्रिंट, ब्यूरो, एमओबी और एफएसएल टीमें जांच पड़ताल में जुटी है. साथ ही घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाले गए. हालांकि, घटना के बाद जो सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगा, उससे अंदेशा जताया जा रहा था कि नगदी से भरा ट्रॉली बैग ले जाना वाला कोई नजदीकी रिश्तेदार भी हो सकता है.
पुलिस ने कारोबारी के भांजे को हिरासत में लिया
वहीं, वारदात के समय फ्लैट पर बच्चे के अलावा किसी का नहीं होना और बड़े आसानी से सिर्फ 11 मिनट में लूट की वारदात करके भागने के तरिके और टाइमिंग भी संदिग्ध लग रही थी. साथ ही घटना के समय बच्चें का नहीं चिल्लाना भी बड़ा प्रश्नचिन्ह था. ऐसे में पुलिस ने गहनता से पड़ताल कर कुछ ही दूर सिंधीकैंप इलाके से कारोबारी के भांजे को हिरासत में लिया और दूध का दूध पानी का पानी हो गया.
भांजे से पूछताछ कर पूरे मामले की छानबीन में जुटी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार भांजे ने पुलिस को बताया कि श्रीनगर घूमने के लिए ट्रॉली बैग लेने फ्लैट पर पहुंचा और शाम 4 बजे ही रुपयों से भरा बैग लेकर वहां से निकल गया. इसके करीब डेढ़-दो घंटे बाद कारोबारी के बेटे ने लूट की सूचना दी, जो झूठी कहानी निकली. अब पुलिस आरोपी भांजे से पूछताछ कर पूरे मामले की छानबीन में जुटी है.