अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के सर्जिकल आईसीयू में 32 साल की महिला के साथ रेप के आरोपी नर्सिंग अफसर सुभाष गठाला को कॉलेज प्रशासन ने सस्पेंड कर दिया है. मेडिकल कॉलेज के डीन प्रोफेसर असीमदास ने बताया कि पुलिस से मिलने वाली जानकारी के बाद यह एक्शन लेते हुए मुख्यालय को इसकी जानकारी दी गई है. सुभाष गठाला हॉस्पिटल के सर्जिकल आईसीयू में कार्यरत था.
आरोपी नर्सिंग ऑफिसर ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. आरोपी ने पीड़िता को पहले नशे का इंजेक्शन लगाया और उसके बाद मरीज के बेड के चारों तरफ पर्दे लगाकर रेप की घटना को अंजाम दिया. आईसीयू में घटना के समय 8 बेड पर 7 मरीज भर्ती थे. इनमें से तीन फीमेल मरीज थीं. 6 तारीख को पीड़िता के पति ने मामले की शिकायत एमआईए थाना पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने मामले में FIR दर्ज करते हुए पीड़िता का मेडिकल करवाया. साथ ही मामले की जांच पड़ताल शुरू की.
पुलिस आईसीयू में भर्ती अन्य मरीजों से भी पूछताछ कर रही है. अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे की जांच पड़ताल की जा रही है. पुलिस ने कहा कि सोमवार को पीड़िता के बयान दर्ज होंगे और उसके बाद आरोपी को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. शनिवार को इस मामले की जानकारी पुलिस ने कॉलेज प्रशासन को दी. जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने नर्सिंग कर्मी सुभाष गठाला को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है और इसकी जानकारी ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज प्रशासन को दी है.
वहीं, राजनीतिक पार्टियां इस मुद्दे को राजनीतिक रूप देने में लगी हैं. पीड़िता के परिजनों ने बताया कि उनके पास लगातार फोन आ रहे हैं और मामले को लेकर दबाव बनाया जा रहा है. उधर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने घटना की निंदा करते हुए सरकार पर सवाल खड़ा किए हैं. वहीं, सरकार इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है.