बिहार के बाद राजस्थान के कोटा में भी Eid-e-Milad-un-Nabi पर निकले जुलूस के दौरान तिरंगा झंडा के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने बताया कि सोमवार को तीन लड़कों को राष्ट्रीय ध्वज के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ करने के आरोप में हिरासत में लिया गया. इन लड़कों ने मिलाद-उन-नबी के जुलूस से पहले तिरंगे पर 'अर्धचंद्र और काले तारे' बनाकर लहराया. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है.
अनंतपुरा थाने के सर्किल इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वीडियो देखने के बाद पुलिस ने छेड़छाड़ किए हुए झंडे को बरामद किया और लड़कों को हिरासत में लिया. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि लड़के मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान प्रदर्शित किए जाने वाले झंडे को तैयार कर रहे थे. उन्होंने झंडे के दोनों तरफ चुपके से अर्धचंद्र और काले तारे बना दिए.
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हिंदू संगठनों ने राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के खिलाफ विरोध जताया
इस बीच, स्थानीय हिंदू संगठनों ने राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के खिलाफ विरोध जताया और अनंतपुरा थाने के सीआई को ज्ञापन सौंपकर मामले में गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की. हिंदू संगठनों के नेताओं ने आरोप लगाया कि यह एक सुनियोजित साजिश थी, जिसमें छेड़छाड़ किया गया झंडा नाबालिगों को सौंपा गया.
बिहार में भी तिरंगे के साथ की गई छेड़छाड़
बजरंग दल के कोटा प्रांत संयोजक योगेंद्र रेनवाल ने कहा कि जुलूस निकालने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए. इसी तरह की एक घटना बिहार के सारण जिले में भी हुई, जहां पुलिस ने सोमवार को एक जुलूस के दौरान अशोक चक्र के स्थान पर 'अर्धचंद्र और तारा' वाला भारत का राष्ट्रीय ध्वज ले जाने के आरोप में दो लोगों को हिरासत में लिया है.