तीन राज्यों की 4 लोकसभा और 9 राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त ने सबसे ज्यादा सवाल नरेंद्र मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व पर खड़ा किया है. खासकर उत्तर प्रदेश की कैराना और नूरपुर सीट पर मिली हार ने उसके जख्म हरे कर दिए हैं. क्योंकि फूलपुर-गोरखपुर से मिले घाव के बाद उसे उम्मीद थी कि कैराना-नूरपुर में नरेंद्र मोदी के नाम का मरहम काम कर जाएगा. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.