संत और धर्मगुरुओं को किसी भी समाज में बड़ा और ऊंचा दर्जा दिया जाता है. लोग उनसे उम्मीद करते हैं वो समाज को सही दिशा दिखाएंगे. लेकिन अगर कोई संत गैंगरेप पीडि़त लड़की को रेप के लिए जिम्मेदार ठहराए तो ऐसे संत को क्या कहा जा सकता है. कुछ ऐसे ही बेतुके बोल संत आसाराम बापू ने दिए हैं.