एक सीमित युद्ध की घोषणा बड़े खतरे की आहट सुना रही है. सीरिया में लोकतंत्र की बहाली और इंसानियत की हिफाजत के नाम पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा सीरिया पर हमले की बात कर रहे हैं. दूसरी तरफ सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद भी ताल ठोंक रहे हैं कि हमको कमजोर मत समझना. अगर युद्ध हुआ तो भारत पर भी असर पड़ेगा. और अगर युद्ध का दायरा बढ़ गया तो यह युद्ध तीसरे विश्व युद्ध की शक्ल भी ले सकता है.