अगर शेर सामने आ जाए तो आंखों के आगे अंधेरा छाने लगता है. जिंदगी मौत के आगे घुटने टेकने लगती है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स से मिलवाने जा रहे हैं, जिसकी बाघों से यारी है. जो ना बंदूक चलाता है, ना हंटर. फिर भी बाघ उसके कदमों में डोलते रहते हैं. उस शख्स की बाघों से दोस्ती ऐसी है कि वो बड़े फख्र से कहता है-टाइगर मेरे यार.