आपकी उम्मीदों और सपनों को पूरा करने के वायदों पर मनमोहन सिंह ने तीन साल पहले दूसरी बार सरकार बनायी थी. सबको ये पक्का यकीन था कि एक अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री देश की अर्थव्यवस्था को नई बुलंदियों पर ले जाएगा. लेकिन बुलंदियों पर पहुंची महंगाई और जब सरकार ने तीन साल पूरे करने के बाद पेट्रोल की कीमत में साढ़े सात रुपये की बढ़ोत्तरी की, तो हद ही हो गई.