26 नवंबर. पिछले 2 साल से ये तारीख हिंदुस्तान के दिल में खंज़र की तरह धंस जाती है. मुंबई पर सबसे बड़े आतंकवादी हमले के ज़ख्म हरे हो जाते हैं, जब याद आता है कि मुंबई के मुजरिम चैन की सांसें ले रहे हैं. दिल में ये हूक भी उठती है कि आखिर दो साल के दौरान किए गए इंसाफ के वादे कब पूरे होंगे ? आखिर कब तक करेंगे लोग इंसाफ़ का इंतज़ार?