अगर खुफिया एजेंसियों से दो-चार घंटे की भी चूक हो जाती, तो 29 अक्टूबर को दुनिया दहल उठती. अमेरिका में मौत बरसाने के लिए ओसामा बिन लादेन के संगठन अल क़ायदा ने एक जहाज़ में बारूद भर दिया था.