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एक थप्‍पड़, सन्‍नाटा और फिर, ...जा मैंने तुझे माफ किया

एक थप्‍पड़, सन्‍नाटा और फिर, ...जा मैंने तुझे माफ किया

गले में फांसी का फंदा कसा जा चुका हो. दोनों हाथ बांधने के बाद कुर्सी पर खड़ा भी कर दिया गया हो. जिंदगी और मौत के बीच के बस आखिरी कुछ सेकेंड बाकी थे. और फिर तभी जिस औरत को लात मार कर कुर्सी गिरानी थी वो कुर्सी के करीब पहुंचती है. इसके बाद आगे जो कुछ होता है वो आप सोच भी नहीं सकते.

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