सचमुच में कमाल है अपनी यूपी पुलिस. कभी बिना गोली के मुंह से गोलियां चलाने लगती है, तो कभी गोली होते हुए भी बंदूक चलाना भूल जाती है. पर इस बार तो सचमुच हद ही कर दी. यूपी पुलिस की ट्रेनिंग चल रही थी कि अगर कभी कहीं दंगा हो जाए या भीड़ उग्र हो जाए तो उससे कैसे निपटना है. ट्रेनिंग के लिए बाकायदा पुलिस के साथ-साथ भीड़ भी जुटाई गई. अब ट्रेनिंग शुरू होती है. पुलिस से कहा जाता है कि वो घोड़े पर बैठेंगे और उन्हीं घोड़े को दौड़ा कर दंगाइयों को पीछे खदेड़ेंगे. अब आगे क्या होता है आप खुद देखेंगे तो देखते रह जाएंगे.