करीब दो साल से दुनिया में अमन-चैन का सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका आतंकवादी संगठन आईएसआईएस अब घुटनों के बल आ चुका है. सीरिया हो या इराक अपने हर गढ़ में उसे लगातार शिकस्त मिल रही है और अपने 45 हजार आतंकवादियों के मारे जाने के बाद अब बाकी बचे-खुचे इलाकों में भी ये चारों तरफ से घिर चुका है. ऐसे में आईएस के पास अब बस दो ही रास्ते बचे हैं. या तो हथियार डाल कर सरेंडर कर दे या फिर गोलियों का निशाना बने यानी कुल मिला कर आईएसआईएस का खेल अब बस खत्म होने वाला है.