आज़ाद हिंदुस्तान में उन्हें पचास साल से ज्यादा हो गए, मगर वो हैं कि अब तक इस देश के कानून को, सरकार को और सिस्टम को अपना मानने को तैयार नहीं. वो जिस लाल पैगाम को लाल सलाम करते हैं, उसने देश के आधे से ज्यादा हिस्से को खून से लाल कर रखा है. इस लाल कहर में पिछले 20 वर्षों में तकरीबन 15 हजार से ज्यादा जानें जा चुकी हैं. मगर तारीख गवाह है कि जितना वो क्रूर होते हैं. देश के जवान उतने ही बड़े जांबाज बन कर निखरते हैं. वरना 300 नक्सलियों के सामने महज 33 जवानों का जिगर देखिए कि जिन्होंने ना तो हार मानी और ना ही नक्सलियों को अपने सामने टिकने दिया.