जेल और सजा अगर मजाक बन जाए तो क्या होता है? वही होता है, जो आज तक पाकिस्तान में होता आया है. कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान की एक अदालतन ने लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद को 15 साल कैद की सजा सुनाई थी. पिछले हफ्ते 26/11 के गुनाहगार लखवी को भी सजा सुनाई गई. क्या वाकई ये सजा सच है या पाकिस्तान कुछ छिपा रहा है? इसे दिखावा ना कहें तो क्या कहें दुनिया जानती है. सबको पता है कि अगर एफएटीएफ में अगर पाकिस्तान की गर्दन ना फंसी होती तो ना ये नौटंकी होती और ना ही इनकी गिरफ्तारी. ये सिलसिला आज का नहीं है. भारत ने बड़े स्तर पर पाकिस्तान के ढोंग को बेनकाब किया है. देखें वारदात, शम्स ताहिर खान के साथ.