एक साल पहले केदारनाथ में आई तबाही के निशान आज भी केदरनाथ और उसके आस-पास के जंगलों में देखे जा सकते हैं. इस तबाही की वजह से भक्तों का भगवान और उसके धाम से आस्था के अलावा दर्द का रिश्ता भी बन गया. लोगों के दर्द की कहानियां तो आपने बहुत देखी और सुनी लेकिन कभी उनके दर्द को भी सुना जो सदियों से जिंदगी का ये तमाशा देख रहे हैं.