आसाराम बापू को जोधपुर पुलिस ने 30 अगस्त तक की मोहलत दी थी. चूंकि मोहलत का आखिरी दिन था लिहाजा पुलिस को यकीन था कि गिरफ्तारी को टालने के लिए आसाराम जरूर आएंगे. लिहाजा उनके इंतजार में जोधपुर के आला पुलिस अफसर से लेकर नीचे के जवान तक सुबह से ड्यूटी बजाते रहे. कि पता नहीं कब आसाराम बापू दर्शन दे दें. पर उन्हें ना आना था और ना ही वो आए.