ड्रैकुला जिंदा है और ये किस्से कहानियों और फिल्मों वाला ड्रैकुला नहीं बल्कि असल जिंदगी का वो ड्रैकुला है, जो हमारे और आपके बीच आज भी मौजूद है. अपने फिल्मी किरदार की तरह इसे भी इंसानी खून पसंद है. खासतौर से बच्चों का.