आसाराम ने हर जगह अपने कुछ एकांतवास बनाए हुए थे, लेकिन इस एकांतवास में वो क्या करते थे ये कोई नहीं जानता. यहां तक कि इस ध्यान की कुटिया में किसी को आने की भी अनुमति नहीं होती थी.