बेहद कम वक्त में अर्श से फर्श तक का सफऱ तय करने वाले गोपाल कांडा को उसके अंजाम के बारे में खुद उसके बाबा बहुत पहले आगाह कर चुके थे. जिस बाबा पर गोपाल कांडा सबसे ज्यादा भरोसा करता था उसी बाबा ने कांडा को बहुत पहले ही बता दिया था कि एक रोज़ लड़कियां उसका काल बनेंगी. पर कांडा ने बाबा की बात नहीं मानी और नतीजा सामने है.