ना कोई रिश्ता. ना कोई रंजिश. ना दुश्मनी फिर भी वो क़त्ल करता है. सिर्फ दूसरों के कहने पर. सिर्फ अपने शौक़ के लिए. सिर्फ अपने शौक पूरे करने के लिए. उसका एक ही उसूल है. पैसे दो मौत लो. हम बात कर रहे हैं कि हिंदुस्तान के सबसे बड़े सुपारी किलर की. उस कातिल की जो खुद कबूल कर रहा है. कि मैंने किए हैं सौ से ज्यादा क़त्ल.