देश के बड़े नेताओं को चुनावी मौसम में आतंकवादी हमलों का खतरा भी एक बड़े खतरे के आगे बौना हो चुका है. ये नया खतरा है आम जनता और अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के जूते-चप्पलों का.