मुंबई के नजदीक स्थित सुशांत सिंह राजपूत के फॉर्म हाउस से कुछ नोट्स मिले हैं, जिन पर उन्होंने अपनी कहानी लिखी है. ये कहानी दो पार्ट में है, एक में जिंदादिल, खुशमिजाज, हर दिल नवाज सुशांत दिख रहे हैं, दूसरे में उलझी दास्तान है. पहले देखते हैं 2018 तक कैसे थे सुशांत, बोल रहे हैं उनके नोट्स. सुशांत के हैंगआउट फॉर्महाउस से उनके लिए नोट्स का बंडल मिला है. ये बंडल नया बवंडर मचाने की ताकत रखता है. देखें मुंबई मेट्रो.