शिवसेना एक राष्ट्रवादी पार्टी है औऱ वो जो भी कहती है देश के हित के लिए कहती है. ये कहने वाले उद्धव ठाकरे कतई मानने को तैयार नहीं हैं कि उनके भाषण नफरत फैलाने हो सकते हैं. उद्धव ने ताल ठोककर सामना में लिखा कि वो आगे भी ऐसे ही सुरों में बात करेंगे. राज औऱ उद्धव पर नफरत पैदा करने वाले भाषण देने का आरोप लगाने वाली एक याचिका में उनकी पार्टियों की मान्यता रद्द करने की मांग की गई है.