रुपये की बदहाली की दास्तान रुकने का नाम नहीं ले रही है. रुपये की कीमत रिकॉर्ड स्तर तक गिर गई है. एक डॉलर की कीमत 61 रुपये 80 पैसे हो चुकी है जबकि रुपये को बचाने की सारी कोशिशें फेल साबित हुई हैं.