महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल के बयान से एक और विवाद खड़ा हो गया है. उन्होंने कहा कि सिंचाई पर आई इकॉनॉमिक सर्वे की रिपोर्ट में प्रिंटिंग मिस्टेक थी. इकॉनॉमिक सर्वे में कहा गया था कि महाराष्ट्र में 70 हजार करोड़ रुपए के खर्च के बाद भी सिंचाई क्षमता सिर्फ 0.1 फीसदी बढ़ी, जिसके बाद अजीत पवार को इस्तीफा देना पड़ा था.