सरकार को आखिरकार सिंचाई घोटाले की जांच एसआईटी से करवाने का आदेश देना ही पड़ा. विपक्ष का दबाव रंग लाया. वैसे माना ये भी जा रहा है कि सहयोगी दल कांग्रेस की कोशिश भी एनसीपी को इस मुद्दे पर किनारे लगाने की थी. एसआईटी के मुखिया सिंचाई विशेषज्ञ माधवराव चिताले होंगे.