बीएमसी चुनाव के लिए शिवसेना, बीजेपी और आरपीआई में गठबंधन हो गया. शिवसेना पिछले 17 सालों से बीएमसी पर काबिज है, लेकिन इस बार सत्ता पाने की उसकी राह में एमएनएस और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन बड़ी चुनौती पेश करेगा, जिससे पार पाना शिवसेना के लिए आसान नहीं होगा.