आखिर मान गए मुंडे या फिर मानने को मजबूर हुए मुंडे. दिल्ली में सुषमा स्वराज के साथ मुंडे जब मीडिया से मुखातिब हुए तो पार्टी के लिए वफादारी भी दोहराई और छुपाते-छुपाते भी दर्द छलक पड़ा. सुषमा स्वराज ने मामला सुलझाने की जिम्मेदारी, गडकरी के जिम्मे सौंप दी. यानी कहानी अभी बाकी है.