जीवन में महत्वाकांक्षाएं व्यक्ति को कर्मों और कर्तव्यों से दूर कर देती हैं. इस अवस्था में उचित और अनुचित का फर्क दिखाई नहीं देता. कहानी के माध्यम से जानिए व्यक्ति अभिलाषा पूरी करने के लिए दूसरों का बुरा करने के लिए तैयार हो जाता है.