मैं भाग्य हूं.... आज आपको पारोपकार की कहानी और कुछ खास बताने आया हूं.... आज आपको समझाने आया हूं. यदि आप समाज के लिए कुछ कर रहे हैं. तो उसका गुमान ना करें. क्योंकि यह एक सामाजिक प्रक्रिया है. आज आप आने वाली पीढ़ी को कुछ देना चाहेत हैं. कल की पीढी आने वाली पीढ़ी के लिए इंतजाम करेगी और ऐसे ही यह प्रक्रिया चलती रहेगी.