जब जब पाकिस्तान बॉर्डर पर गोलाबारी रोकने के ऑफर लेकर आया तो हमने यही कहा था कि क्या गारंटी है कि पाकिस्तान अपनी बातों का पक्का रहेगा. पाकिस्तान की बातों पर तो भूलकर भी विश्वास करना खुद को धोखा देने के बराबर है. यही फिर हुआ है कि सीज़फायर वाली बात से हमें धोखा और शहादतें ही मिली हैं. देखें वीडियो