करीब 42 दिन से दिल्ली के शाहीन बाग में धरना चल रहा है. जिस पर समर्थन और विरोध के अपने-अपने तर्कों के साथ खेमे बंटे हुए हैं. दिल्ली में चुनावी माहौल भी है. वोटिंग होने को सिर्फ दो हफ्ते ही बचे हैं. तो शाहीन बाग के धरने का चुनावी राजनीति में असर पड़ना ही था. आज हम ख़बरदार में शाहीन बाग के धरने के सियासी साइड इफेक्ट्स की बात करेंगे. क्योंकि दिल्ली के चुनावी कैंपेन में चार दिन से जुटे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के चुनावी भाषणों में लगातार शाहीन बाग का धरना टारगेट पर है और इसके बहाने खासतौर पर अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम टारगेट पर है. देखिए खबरदार.