इन दिनों सोशल मीडिया पर नकली उंगलियों की एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है, इस तस्वीर के आधार पर कहा जा रहा है कि चुनावों में नकली उंगलियों के जरिये फर्जी मतदान करवाया जा रहा है. कई टीवी चैनलों पर इन नकली उंगलियों के चुनावी इस्तेमाल के दावे पर उंगली उठाई जा रही है और इन्हें वायरल झूठ बताया जा रहा है.लेकिन 'आज तक' की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम ने इन नकली उंगलियों के सौदागरों को ढूंढ निकाला है, जो उत्तर प्रदेश के चुनावों में इन नकली उंगलियों के असली सप्लायर हैं. 'आज तक' के स्टिंग ऑपरेशन साबित हो गया कि वोटिंग में नकली उंगली का इस्तेमाल वायरल झूठ नहीं बल्कि सर्टिफाइड सच है.दरअसल वोटिंग के दौरान उंगलियों पर लगाया गया निशान लोकतंत्र में जनता की ताकत का प्रतीक है. वोटर्स की उंगलियों पर स्याही का ये निशान एक से ज्यादा बार वोटिंग को रोकता है. लेकिन अब लोकतंत्र को ठेंगा दिखाने वालों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है और वो तोड़ है ये नकली उंगलियां.'आज तक' के खुफिया कैमरों में रिकॉर्ड हुए नकली उंगलियों के सप्लायर्स ने फर्जी मतदान के लिए सियासी पार्टियों द्वारा नकली उंगलियों की डिमांड का दावा किया है. अंडरकवर इंवेस्टिगेशन टीम ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान ऐसी ही एक नकली उंगली खरीदी है.