संविधान के नाम पर लड़ाई लोकसभा चुनाव के पहले से जारी है और अब सरकार बनने के बाद तेज हो गई है. विपक्ष बीजेपी पर संविधान बदलने की कोशिशों का आरोप लगाता आ रहा है. लेकिन अब सत्तापक्ष ने विपक्ष के उस हथियार को अपना हथियार बना लिया है. अब हर साल 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाए जाने का फैसला भी किया गया है. ऐसे में क्या आगे चुनाव संविधान के नाम पर होंगे?