शाहीन बाग में प्रदर्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दूसरी बार तल्ख संदेश दिए. कहा कि प्रदर्शन का अधिकार है लेकिन रास्ता बंद करने का अधिकार नहीं है. देश की सबसे बड़ी अदालत ने बातचीत के लिए वार्ताकार भी नियुक्त कर दिए. लेकिन सवाल ये कि क्या शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी सुप्रीम कोर्ट की बात सुनेंगे. इस बीच शाहीन बाग को लेकर सियासत भी जोरों पर है. पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष ने विवादित टिप्पणी की है तो असम के मंत्री हिंदू, जैन और बौद्ध विरोधी बता रहे हैं.