चुनावी मौसम है तो राम मंदिर का मुद्दा हिट है. राजस्थान में बीजेपी के अध्यक्ष ने इंच-इंच वादा निभाने का भरोसा दिलाया तो मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तंज कस दिया. वहीं बिहार पहुंचे मोहन भागवत ने कहा कि वो पूरे दिल से कोशिश कर रहे हैं. इस बीच शिवसेना ने पूरे मुद्दे को हथियाने की कवायद शुरू कर दी है. उद्धव ठाकरे ने शिवाजी की जन्मस्थली से मिट्टी भर ली है और कलश लेकर अयोध्या पहुंचने के लिए तैयार हैं. राम की नगरी में तैयारियां जोरों पर हैं. 25 नवंबर की बैठक के लिए साधु संत भी जमा होने लगे हैं. यानी राम मंदिर के लिए लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है और सत्तारुढ़ पार्टी पर दबाव दोगुना होने लगा है. शायद यही वजह है कि बीजेपी बार-बार मंदिर के वादे कर रही है और कांग्रेस इसे झांसा बता रही है.
BJP president Amit Shah said that the Bharatiya Janata Party (BJP) was committed to build a Ram temple in Ayodhya and it would not change its stand. In a bid to pressurize the BJP government at the Centre for the quick construction of Ram Mandir, Shiv Sena chief Uddhav Thackeray collected soil from Shivneri Fort, birthplace of Chhatrapati Shivaji Maharaj, on Thursday before making way for his visit to Ayodhya.