रिटेल में एफडीआई पर संसद में महाबहस शुरु हो गई है. बहस की शुरुआत लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने की. सुषमा ने कहा कि एफडीआई से एक करोड़ लोगों को रोजगार मिलने का दावा गलत है. इसके उलट 12 करोड़ घरों में अंधेरा छा जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे अर्थव्यवस्था को फायदा होने के बजाय मैनुफैक्चरिंग उद्योग नष्ट होंगे जिसका परिणाम बेरोजगारी के रूप में सामने आएगा. सपा और बसपा ने भी सदन में सरकार विरोधी तर्क दिए. सभी ने FDI को देश की जनता के साथ धोखाधड़ी बताया.