सरकार ने एक बार किसानों से अपील की है कि वो सरकार के प्रस्तावों पर विचार करें. हम आज का हल्लाबोल इसी पर करेंगे. किसानों ने जवाब दिया है कि सरकार को किसानों के हक में फैसला लेना चाहिए. अब तक छह बार कृषि मंत्री बात कर चुके हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है. किसानों का कहना है कि सरकार उद्योगपतियों काब्जा चाहती है. दरअसल, सरकार के प्रस्ताव के बाद किसानो बेहद नाराज हैं. बातचीत का सिलसिला टूट गया है. किसान अब कानून वापसी की मांग पर अड़े हैं. इस बीच किसानों के आंदोलन का आज 15वां दिन है. दिल्ली की सीमाओं पर अब भी आंदोलनकारी डटे हैं. देखें वीडियो.