पंजाब में कांग्रेस के अंदर सत्ता-सरकार और समीकरणों का संघर्ष किसी हाईवोल्टेज ड्रामे से कम नहीं. प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले सिद्धु ने थोड़ी देर पहले बयान में फिर सच की लड़ाई का राग अलापा. सिद्धू ने कहा कि पार्टी को गुमराह नहीं कर सकता. वैसे कांग्रेस के रुख से ये भी साफ है कि इस बार वो सिद्धु को मनाने के मूड मे नहीं है. हरीश रावत चंडीगढ़ नहीं जा रहे और सीएम चन्नी को कहा गया है कि स्थानीय नेताओं के साथ वो मामले को संभालें. पंजाब कांग्रेस में कलह के लिए मनीष तिवारी ने सीधे-सीधे आलाकमान पर उंगली उठाई. मनीष तिवारी ने कहा कि जिन्हें जिम्मेदारी दी गई वो पंजाब को समझ नहीं पाए. देखिए ये एपिसोड.