विजयादशमी यानी देवी को विदा करने का दिन. मायके से देवी आज के दिन हो जाती हैं विदा. लेकिन प्रतिमा विसर्जन से पहले भक्त एक दूसरे को सिंदूर लगाने का पारम्परिक खेल, खेलना नहीं भूलते. सदियों से चली आ रही है यह रस्म.