मंजीरों की झंकार सुनाती है माता का गुणगान और ढोलक की थाप कहती है कहानी योगमाया की. मंदिर की छांव में सज गई भक्तों की टोली माता विंध्यवासिनी के दर्शन करने के लिए.  आस्था के रस में डूबे श्रद्धालुओं को मिल गया मातानाम का मोती.