बुरी आदतें छोड़ने के लिए भी मंत्र का प्रयोग किया जाता है. अनावश्यक क्रोध करना या आलस्य करना भी बुरी आदतें ही हैं. इन्हें छोड़ने का मंत्र इस प्रकार है- यत्भद्रं  तन्न आसुव.