ऋषि-मुनियों, संत-महात्माओं और गुरुओं की भूमि है हमारा देश. जहां धर्म और संस्कारों को विशेष सम्मान दिया जाता रहा है. चरण स्पर्श भी उन्ही संस्कारों का एक बेहद अहम हिस्सा है. चरण स्पर्श का अपना एक अलग महत्व भी है. हममें से बहुत सारे लोग पांव छूकर प्रणाम करने की परंपरा का असल मायना नहीं समझते, इसलिए आज हम आपको चरण-स्पर्श यानी पांव छूकर प्रणाम करने के महत्व समझाएंगे. देखिए- 'धर्म' का ये वीडियो.