नरेंद्र मोदी ने जब से दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है उन्होंने पाकिस्तान को अपनी कूटनीति का पहला मकसद बना लिया है. भारत से ज्यादा पाकिस्तान को इस बात का इंतजार रहता है कि मोदी कहां जाते हैं, किससे मिलते हैं और क्या बोलते हैं. क्योंकि ऐसी हर यात्रा के बाद पाकिस्तान दुनिया में कुछ और अकेला कुछ और असहाय हो जाता है. ओसाका में चल रहे जी 20 बैठक से भी मोदी ने अपने इस मकसद को नया मुकाम दिया है.