जहां यात्री छठ पर घर जाते वक्त या तो टिकट कन्फर्म नहीं पाते. टिकट कन्फर्म हो जाए तो इतनी भीड़ हो जाती है कि अपनी सीट नहीं पाते. सीट मिल गई तो बोगी में लोग ठूंसकर भरे रहते हैँ. शौचालय के पास ट्रेन में बैठकर जाना पड़ता है. देखें 10तक